गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि जब तक आतंकवाद का खात्मा नहीं हो जाता, तब तक पाकिस्तान के साथ कोई बातचीत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में शांति सुनिश्चित करने और पड़ोसी देश को सबक सिखाने के लिए भाजपा का सत्ता में आना जरूरी है।
यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शाह ने गांधी और अब्दुल्ला परिवार पर भी निशाना साधा और दावा किया कि उन्होंने आरक्षण खत्म करने के लिए हाथ मिला लिया है, लेकिन उन्हें ऐसा नहीं करने दिया जाएगा।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नारे ‘नफरत के बाजार में, मोहब्बत की दुकान’ पर कटाक्ष करते हुए शाह ने कहा, “8 अक्टूबर को मतगणना के बाद आपकी तथाकथित ‘मोहब्बत की दुकान’ बंद हो जाएगी।” इस नारे का इस्तेमाल वे अक्सर अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान करते हैं।
गृह मंत्री ने आतंकवाद के मुद्दे पर नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस और पीडीपी पर निशाना साधा और कहा कि कोई भी पत्थरबाज या आतंकवादी जेल से रिहा नहीं होगा।