हिंदी फिल्म उद्योग में विभिन्न प्रकार की फिल्में बनाई जाती हैं, जिनका दर्शकों द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया जाता है। इस इंडस्ट्री में एक ऐसे निर्देशक भी हैं, जिन्हें सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर आधारित फिल्में बनाने के लिए जाना जाता है। हम बात कर रहे हैं निर्देशक सनोज मिश्रा की। पहले बंगाल की स्थिति पर ‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ पेश करने के बाद, अब वे मणिपुर पर एक नई फिल्म लेकर आ रहे हैं।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। ‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ के निर्देशक सनोज मिश्रा को असामान्य विषयों पर फिल्में बनाने के लिए जाना जाता है। आज का सिनेमा केवल मसाला और मनोरंजन पर केंद्रित नहीं है; बल्कि कई ऐसी फिल्में भी बनती हैं जो समाज में छुपे सच्चाइयों को उजागर करती हैं, जिनसे करोड़ों लोग अनजान होते हैं।
सनोज क्यों उठाते हैं ऐसे मुद्दे
मैं सच्चाई को उजागर करता हूं – सनोज मिश्रा
यह दिलचस्प है कि इस फिल्म के जरिए अमित राय हिंदी सिनेमा में अपने करियर की शुरुआत करने जा रहे हैं। अमित राव, अभिनेता राजकुमार राव के भाई हैं। मुंबई में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में फिल्म के लेखक, निर्माता और निर्देशक सनोज मिश्रा ने ‘द डायरी ऑफ मणिपुर’ के विषय में जानकारी साझा की, जिसमें वे मणिपुर में हुई हिंसा की सच्चाई को सामने लाने का इरादा जाहिर कर रहे हैं।
मैं किसी की धमकियों से नहीं डरता
अमित राव का डेब्यू
‘द डायरी ऑफ मणिपुर’ के जरिए अमित राव फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखने जा रहे हैं। अमित राव रंगमंच के मशहूर कलाकार हैं। उन्होंने कहा, ‘मुझे काफी समय से फिल्मों में काम करने के प्रस्ताव मिल रहे थे, लेकिन मैंने कभी उन्हें गंभीरता से नहीं लिया। जब डायरेक्टर सनोज मिश्रा ने मुझे इस फिल्म के लिए संपर्क किया और कहानी सुनाई, तो मैंने इस फिल्म का हिस्सा बनने का निर्णय लिया। मुझे लगता है कि बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत के लिए यह सही समय है।’
इस फिल्म को सनोज मिश्रा फिल्म्स के बैनर तले बनाया जा रहा है, जिसके लेखक, निर्माता और निर्देशक पुरुष स्वयं सनोज मिश्रा हैं। इसके सह-निर्माताओं में यामीन खान, जावेद देविरियावाले, धीरेंद्र ठाकुर, और संजय कुमार हैं। इसके अलावा, इस फिल्म में प्रसिद्ध योग शिक्षिका मानसी गुलाटी और भजन सम्राट अनूप जलोटा भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में नजर आएंगे।
यह भी पढ़ें: ‘जरूरत के समय काम नहीं आए रवि किशन’ धमकियों के बीच कंगना रनौत ने कैसे बचाई डायरेक्टर सनोज मिश्रा की जान।
हिंदी फिल्म उद्योग में विभिन्न प्रकार की फिल्में बनाई जाती हैं, जिनका दर्शकों द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया जाता है। इस इंडस्ट्री में एक ऐसे निर्देशक भी हैं, जिन्हें सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर आधारित फिल्में बनाने के लिए जाना जाता है। हम बात कर रहे हैं निर्देशक सनोज मिश्रा की। पहले बंगाल की स्थिति पर ‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ पेश करने के बाद, अब वे मणिपुर पर एक नई फिल्म लेकर आ रहे हैं।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। ‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ के निर्देशक सनोज मिश्रा को असामान्य विषयों पर फिल्में बनाने के लिए जाना जाता है। आज का सिनेमा केवल मसाला और मनोरंजन पर केंद्रित नहीं है; बल्कि कई ऐसी फिल्में भी बनती हैं जो समाज में छुपे सच्चाइयों को उजागर करती हैं, जिनसे करोड़ों लोग अनजान होते हैं।
सनोज क्यों उठाते हैं ऐसे मुद्दे
मैं सच्चाई को उजागर करता हूं – सनोज मिश्रा
यह दिलचस्प है कि इस फिल्म के जरिए अमित राय हिंदी सिनेमा में अपने करियर की शुरुआत करने जा रहे हैं। अमित राव, अभिनेता राजकुमार राव के भाई हैं। मुंबई में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में फिल्म के लेखक, निर्माता और निर्देशक सनोज मिश्रा ने ‘द डायरी ऑफ मणिपुर’ के विषय में जानकारी साझा की, जिसमें वे मणिपुर में हुई हिंसा की सच्चाई को सामने लाने का इरादा जाहिर कर रहे हैं।
मैं किसी की धमकियों से नहीं डरता
अमित राव का डेब्यू
‘द डायरी ऑफ मणिपुर’ के जरिए अमित राव फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखने जा रहे हैं। अमित राव रंगमंच के मशहूर कलाकार हैं। उन्होंने कहा, ‘मुझे काफी समय से फिल्मों में काम करने के प्रस्ताव मिल रहे थे, लेकिन मैंने कभी उन्हें गंभीरता से नहीं लिया। जब डायरेक्टर सनोज मिश्रा ने मुझे इस फिल्म के लिए संपर्क किया और कहानी सुनाई, तो मैंने इस फिल्म का हिस्सा बनने का निर्णय लिया। मुझे लगता है कि बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत के लिए यह सही समय है।’
इस फिल्म को सनोज मिश्रा फिल्म्स के बैनर तले बनाया जा रहा है, जिसके लेखक, निर्माता और निर्देशक पुरुष स्वयं सनोज मिश्रा हैं। इसके सह-निर्माताओं में यामीन खान, जावेद देविरियावाले, धीरेंद्र ठाकुर, और संजय कुमार हैं। इसके अलावा, इस फिल्म में प्रसिद्ध योग शिक्षिका मानसी गुलाटी और भजन सम्राट अनूप जलोटा भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में नजर आएंगे।
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