चंकी पांडे ने 1987 में फिल्म “आग” से अपने करियर की शुरुआत की, लेकिन उन्हें अपने सफर में कई संघर्षों का सामना करना पड़ा। गोविंदा के साथ “आंखें” जैसी फिल्मों में नजर आने वाले चंकी की फिल्में फैंस को खूब पसंद आईं, बावजूद इसके उनकी बेटी अनन्या पांडे अपने पिता की फिल्मों को देखकर तनाव में रहती थीं। अनन्या ने इस বিষয়ে अपनी राय साझा की है।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। चंकी पांडे, जो अपनी हैंडसम लुक के लिए जाने जाते हैं, ने अपने करियर में वह सफलता नहीं पाई जो आज के सुपरस्टार शाह रुख खान और सलमान खान के पास है। 90 के दशक में उन्होंने कई सफल फिल्मों में काम किया, लेकिन अधिकतर उन्होंने दो हीरो वाली फिल्मों में ही अभिनय किया। एक समय ऐसा भी था जब उनका करियर ठप हो गया था और वे बांग्लादेश जाकर प्रॉपर्टी डीलिंग करने लगे।
अनन्या पांडे ने क्यों नहीं देखी चंकी पांडे की फिल्में?
अनन्या ने YouTube चैनल ‘वी आर युवा’ पर बातचीत करते हुए कहा,
“मैं इसलिए उनकी फिल्में कम देखती थी क्योंकि मुझे डर होता था कि वे फिल्म के अंत में मर जाएंगे। मुझे याद है जब मैंने उनकी फिल्म ‘डी कंपनी’ देखी थी, जिसमें अचानक उन्हें गोली लग जाती है और वे मर जाते हैं।”
मुझे ट्रॉमा हो जाता था
अनन्या ने आगे कहा, “मुझे ऐसा लगता था कि यह सब सच में हो रहा है। आप मेरे बगल में बैठे रहते थे, लेकिन फिर भी मैं ट्रॉमा में चली जाती थी। मुझे लगता था कि आप हर मूवी में मरने वाले हैं।”
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इसी इंटरव्यू में चंकी पांडे ने भी साझा किया कि जब उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की, तो उनके किरदार की मौत दर्दनाक होती थी। उन्होंने यह भी कहा कि “पाप की दुनिया” जैसी फिल्मों में खुद को मरते हुए देखकर उन्हें काफी दुख होता था। चंकी पांडे जल्द ही अक्षय कुमार की फिल्म “हाउसफुल 5” में नजर आएंगे, जबकि उनकी बेटी अनन्या के पास आने वाले समय में कई बड़े प्रोजेक्ट्स हैं।
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