एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। बॉलीवुड में कई प्रसिद्ध कलाकारों की कहानियां सुनी जा चुकी हैं, जिसमें कई ऐसे सिंगर भी शामिल हैं जिन्होंने पहले अभिनय की दुनिया में कदम रखा था। पहले के समय में सिंगर्स को वैसी पहचान नहीं मिलती थी जैसी कि एक्टर को मिलती थी। लेकिन आज का दौर पूरी तरह बदल चुका है। अब लोग पर्दे के पीछे की आवाजों के बारे में ज्यादा जानने में रुचि रखते हैं। आज सिंगर्स की फैन फॉलोइंग भी किसी बड़े फिल्मस्टार से कम नहीं है।
इस समय इंडस्ट्री में कई ऐसे कलाकार मौजूद हैं जिन्हें उनकी आवाज के साथ-साथ उनके लुक्स के लिए भी सराहा जाता है। हम एक ऐसे गायक की बात कर रहे हैं जिन्होंने अपने रोमांटिक गानों से लोगों के दिलों में एक खास जगह बनाई और एक समय फिल्म में भी अपनी अदाकारी से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। उनका नाम न तो आयुष्मान खुराना है और न ही हिमेश रेशमिया।
संगीत और अभिनय में जादू बिखेरने वाले
हम बात कर रहे हैं 90 के दशक के लोकप्रिय और आज भी लोगों के दिलों में बसने वाले मशहूर सिंगर उदित नारायण की। हां, उदित नारायण ने संगीत की दुनिया में कदम रखने से पहले फिल्मों में भी कार्य किया है।
उन्होंने इंडियन आइडल 10 के दौरान इस फिल्म की सफलता के बारे में बात की थी। उन्होंने बताया कि इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर इतनी कमाई की थी कि इसके रिकॉर्ड को तोड़ने में कई साल लग गए। यह एक नेपाली ऑल टाइम क्लासिक फिल्म मानी जाती है। इसके बाद उन्होंने एक और नेपाली फिल्म ‘दर्पण छाया’ में भी काम किया। उदित के पिता नेपाली थे और उनकी पत्नी भी एक लोक गायिका हैं। भारत में उन्हें टॉप सिंगर के रूप में पहचाना जाता है, लेकिन नेपाल में आज भी उन्हें ज्यादा हीरो के तौर पर जाना जाता है।
सुरों के बादशाह के कुछ मशहूर गाने
उदित नारायण को ‘उड़ जा काले कांवा’, ‘हम साथ-साथ हैं’, ‘घनन घनन’, ‘ऐसा देश है मेरा’ और ‘ये बंधन तो’ जैसे सुपरहिट गानों के लिए बहुत सराहा जाता है। आपको आमिर खान और जूही चावला की फिल्म ‘कयामत से कयामत’ का मोस्ट पॉपुलर गाना ‘पापा कहते हैं’ जरूर याद होगा, जिसे गाकर उदित ने सभी के दिलों में जगह बनाई।
उदित ने हिंदी, तमिल, तेलुगु, बंगाली और भोजपुरी जैसी कई भारतीय भाषाओं में हजारों गाने गाए हैं। अपनी आवाज के लिए वे 4 बार राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीत चुके हैं।
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