प्रियंका सिंह, मुंबई। कृतिका कामरा, जिन्होंने टीवी धारावाहिकों में रोमांटिक भूमिकाओं से अपने करियर की शुरुआत की, अब ओटीटी पर गैंगस्टर की भूमिका में नजर आने वाली हैं। वे अपनी नई वेब सीरीज ‘मटका किंग’ में दिखेंगी। मुंबई की ग्लैमरस दुनिया से मिली सीख को लेकर उन्होंने दैनिक जागरण की संवाददाता से विशेष बातचीत की।
लोग मुझे मूडी मानते हैं – कृतिका कामरा
कई अभिनेता अपने काम में चुनौतियाँ लेते हैं। कृतिका कामरा, जो जल्द ही ‘मटका किंग’ में दिखाई देंगी, भी अपने काम को लेकर बहुत विचारशील हैं। वे कहती हैं, “लोग मुझे मूडी समझते हैं, इसी वजह से मैं चुनिंदा काम करती हूं। यह सही नहीं है। हमें सोच-समझकर चयन करना पड़ता है क्योंकि हमारी इंडस्ट्री कुछ उसूलों पर आधारित होती है। उनमें से एक यह है कि यदि आप ओवर एक्सपोज़ हो जाते हैं, तो यह आपके लिए नुकसानदेह होता है।”
Photo Credit: Instagram
करियर मैनेजमेंट एक चुनौती है
ओवर एक्सपोज़ के मुद्दे पर चर्चा करते हुए कृतिका कहती हैं कि यदि आप एक ही प्रकार की भूमिकाओं में फंस जाते हैं, तो आपको स्टीरियोटाइप कर दिया जाएगा। “यहाँ कई चीजें सोचनी पड़ती हैं। एक्टिंग कलाकारों के लिए आसान है, लेकिन करियर को सही दिशा में ले जाना कठिन है, खासकर तब जब आपके पास मार्गदर्शक न हो। मेरा परिवार फिल्म इंडस्ट्री से नहीं है, इसलिए मैंने अपने अनुभवों और गलतियों से सीखा है। मैं हमेशा अपने काम पर नियंत्रण रखना चाहती हूं और ऐसा कुछ नहीं करना चाहती, जिस पर मुझे पछतावा हो।”
यह भी पढ़ें: पहली फिल्म बंद होने पर छलका कृतिका कामरा का दर्द, बोलीं- ‘यह निराशाजनक था’
वह टैग मुझे पसंद है
क्या इस इंडस्ट्री में स्टीरियोटाइपिंग से बचना कठिन है? इस पर कृतिका ने कहा, “अगर मैं स्टीरियोटाइप होनी हूं, तो मुझे एक मजबूत लड़की की छवि में बांध दो, जो अपने दिमाग का इस्तेमाल करती है और अपनी राय कहने में पीछे नहीं हटती। मुझे यह टैग पसंद है। ऐसे किरदार कम ही देखने को मिलते हैं। मैं आज की सशक्त महिला की भूमिका निभाने में संकोच नहीं करती।”
Photo Credit: Instagram
सार्थक कार्य की खोज
भूमिकाओं के अलावा कृतिका का सिनेमा के प्रति स्पष्ट दृष्टिकोण है। उनका मानना है, “सिनेमा केवल मनोरंजन के लिए नहीं है, यह शिक्षित भी करता है। मैं कहानियाँ नहीं लिख सकती, लेकिन मैं उन कहानियों से जुड़ सकती हूँ जो समाज को एक आइना दिखाती हैं। कुछ फिल्ममेकर्स ऐसे होते हैं जो सार्थक विषयों को लेकर सतर्क रहते हैं। जब मुझे मौका मिलता है, मैं ऑडिशन देती हूँ जिससे मुझे ‘मुंबई मेरी जान’ और ‘ग्यारह ग्यारह’ जैसी वेब सीरीज में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ मिली हैं। मैंने ‘मुंबई मेरी जान’ में गैंगस्टर का किरदार निभाया था, जो कल्पना से परे था। मैंने रोमांटिक भूमिकाओं से टीवी में शुरुआत की थी। मेरे पास केवल मेरा काम है, जिसने मुझे आगे बढ़ने में मदद की है।”
यह भी पढ़ें:Gyaarah Gyaarah Trailer: क्या है 11:11 का रहस्य? सस्पेंस से भरी है करण-गुनीत की सीरीज, फिर चौंकाएंगे राघव जुयाल
प्रियंका सिंह, मुंबई। कृतिका कामरा, जिन्होंने टीवी धारावाहिकों में रोमांटिक भूमिकाओं से अपने करियर की शुरुआत की, अब ओटीटी पर गैंगस्टर की भूमिका में नजर आने वाली हैं। वे अपनी नई वेब सीरीज ‘मटका किंग’ में दिखेंगी। मुंबई की ग्लैमरस दुनिया से मिली सीख को लेकर उन्होंने दैनिक जागरण की संवाददाता से विशेष बातचीत की।
लोग मुझे मूडी मानते हैं – कृतिका कामरा
कई अभिनेता अपने काम में चुनौतियाँ लेते हैं। कृतिका कामरा, जो जल्द ही ‘मटका किंग’ में दिखाई देंगी, भी अपने काम को लेकर बहुत विचारशील हैं। वे कहती हैं, “लोग मुझे मूडी समझते हैं, इसी वजह से मैं चुनिंदा काम करती हूं। यह सही नहीं है। हमें सोच-समझकर चयन करना पड़ता है क्योंकि हमारी इंडस्ट्री कुछ उसूलों पर आधारित होती है। उनमें से एक यह है कि यदि आप ओवर एक्सपोज़ हो जाते हैं, तो यह आपके लिए नुकसानदेह होता है।”
Photo Credit: Instagram
करियर मैनेजमेंट एक चुनौती है
ओवर एक्सपोज़ के मुद्दे पर चर्चा करते हुए कृतिका कहती हैं कि यदि आप एक ही प्रकार की भूमिकाओं में फंस जाते हैं, तो आपको स्टीरियोटाइप कर दिया जाएगा। “यहाँ कई चीजें सोचनी पड़ती हैं। एक्टिंग कलाकारों के लिए आसान है, लेकिन करियर को सही दिशा में ले जाना कठिन है, खासकर तब जब आपके पास मार्गदर्शक न हो। मेरा परिवार फिल्म इंडस्ट्री से नहीं है, इसलिए मैंने अपने अनुभवों और गलतियों से सीखा है। मैं हमेशा अपने काम पर नियंत्रण रखना चाहती हूं और ऐसा कुछ नहीं करना चाहती, जिस पर मुझे पछतावा हो।”
यह भी पढ़ें: पहली फिल्म बंद होने पर छलका कृतिका कामरा का दर्द, बोलीं- ‘यह निराशाजनक था’
वह टैग मुझे पसंद है
क्या इस इंडस्ट्री में स्टीरियोटाइपिंग से बचना कठिन है? इस पर कृतिका ने कहा, “अगर मैं स्टीरियोटाइप होनी हूं, तो मुझे एक मजबूत लड़की की छवि में बांध दो, जो अपने दिमाग का इस्तेमाल करती है और अपनी राय कहने में पीछे नहीं हटती। मुझे यह टैग पसंद है। ऐसे किरदार कम ही देखने को मिलते हैं। मैं आज की सशक्त महिला की भूमिका निभाने में संकोच नहीं करती।”
Photo Credit: Instagram
सार्थक कार्य की खोज
भूमिकाओं के अलावा कृतिका का सिनेमा के प्रति स्पष्ट दृष्टिकोण है। उनका मानना है, “सिनेमा केवल मनोरंजन के लिए नहीं है, यह शिक्षित भी करता है। मैं कहानियाँ नहीं लिख सकती, लेकिन मैं उन कहानियों से जुड़ सकती हूँ जो समाज को एक आइना दिखाती हैं। कुछ फिल्ममेकर्स ऐसे होते हैं जो सार्थक विषयों को लेकर सतर्क रहते हैं। जब मुझे मौका मिलता है, मैं ऑडिशन देती हूँ जिससे मुझे ‘मुंबई मेरी जान’ और ‘ग्यारह ग्यारह’ जैसी वेब सीरीज में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ मिली हैं। मैंने ‘मुंबई मेरी जान’ में गैंगस्टर का किरदार निभाया था, जो कल्पना से परे था। मैंने रोमांटिक भूमिकाओं से टीवी में शुरुआत की थी। मेरे पास केवल मेरा काम है, जिसने मुझे आगे बढ़ने में मदद की है।”
यह भी पढ़ें:Gyaarah Gyaarah Trailer: क्या है 11:11 का रहस्य? सस्पेंस से भरी है करण-गुनीत की सीरीज, फिर चौंकाएंगे राघव जुयाल