JFF 2024 का जागरण फिल्म फेस्टिवल 5 से 8 दिसंबर तक दिल्ली में आयोजित किया गया, जहाँ पंकज कपूर, मनोज बाजपेयी और रजत कपूर जैसे मशहूर सितारों ने अपने अनुभव साझा किए। इस फिल्म फेस्टिवल में कई बेहतरीन फिल्मों की स्क्रीनिंग भी हुई। 14 दिसंबर को रिलीज होने वाली फिल्म ‘ईरानी चाय’ को देखने के बाद उपस्थित दर्शकों ने उसकी सराहना की।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। थ्रिलर फिल्म ‘ईरानी चाय’ की कहानी यास्मिन नाम की एक ईरानी युवती के इर्द-गिर्द घूमती है। उसके पिता बीमार हैं और चाहते हैं कि उनकी बेटी हीरोइन बने, इसलिए वह भारत आई है। लेकिन यहाँ आकर यास्मिन अभिनय के बजाय वेश्यावृत्ति की राह पर चल पड़ती है।
ईरानी चाय की रहस्यमय कहानी पर दर्शकों की प्रतिक्रियाएं
मनोज श्रीवास्तव के निर्देशन में बनी इस फिल्म पर जब जागरण फिल्म फेस्टिवल में स्क्रीनिंग हुई, तो ऑडियंस ने अपनी राय व्यक्त की। दर्शकों ने बताया कि उन्हें फिल्म पसंद आई या नहीं।
एक फैन ने कहा, “फिल्म का निर्देशन बेहतरीन था। इस बात की झलक हमें फिल्म में देखने को मिली। सभी अभिनेताओं ने अपने-अपने किरदार को शानदार तरीके से निभाया। फिल्म की कहानी काफी रोचक थी, और जागरण फिल्म फेस्टिवल में इसे देखने का अवसर बहुत अच्छा था।”
Photo Credit- Imdb
फिल्म को लेकर दर्शकों में उत्सुकता थी। जागरण फिल्म फेस्टिवल में इसकी स्क्रीनिंग के बारे में ऑनलाइन चर्चा थी। सभी कलाकारों ने अपने किरदार को बखूबी निभाया। दो देशों की कहानी होने के बाद भी इसे दर्शकों ने आसानी से समझा।
रहस्यमय दुनिया की ओर ले जाने वाली फिल्म ‘जगरनॉट’
ईरानी चाय के अलावा, इस फेस्टिवल में डैनियल और इमानुएल रिक्की द्वारा निर्देशित एक आकर्षक लघु फिल्म ‘जगरनॉट’ भी दिखाई गई, जो एक रहस्यमय दुनिया में ले जाती है। इस फिल्म की सिनेमैटोग्राफी शानदार है, जिसमें हर एक फ्रेम को विशेष भावनाओं के साथ तैयार किया गया है। यूजेनियो क्रिलोव द्वारा निभाए गए मुख्य किरदार ने एक निर्भीक योद्धा का रोल निभाया है। जगरनॉट का संगीत भी बहुत सराहनीय है, क्योंकि यह कहानी के साथ पूरी तरह मेल खाता है।
Photo Credit- Imdb
फिल्म की कहानी साधारण जरूर है, जिसे दर्शकों ने पहले भी कई बार देखा है, लेकिन अभिनय, दृश्य और फोटोग्राफी ने इसे एक असामान्य और भयावह स्वरूप दिया है, जो दिलचस्प है। ‘जगरनॉट’ को लेकर मुझे लगता है कि कई दर्शकों को यह फिल्म लंबी और उबाऊ लग सकती है, इसलिए ऐसी फिल्मों से बचना चाहिए।
यह भी पढ़ें: JFF 2024: ‘दर्शकों को हल्के में नहीं लेना चाहिए’, मनोज बाजपेयी ने बताया कि मेकर्स किस फॉर्मूले पर काम कर रहे हैं।
JFF 2024 का जागरण फिल्म फेस्टिवल 5 से 8 दिसंबर तक दिल्ली में आयोजित किया गया, जहाँ पंकज कपूर, मनोज बाजपेयी और रजत कपूर जैसे मशहूर सितारों ने अपने अनुभव साझा किए। इस फिल्म फेस्टिवल में कई बेहतरीन फिल्मों की स्क्रीनिंग भी हुई। 14 दिसंबर को रिलीज होने वाली फिल्म ‘ईरानी चाय’ को देखने के बाद उपस्थित दर्शकों ने उसकी सराहना की।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। थ्रिलर फिल्म ‘ईरानी चाय’ की कहानी यास्मिन नाम की एक ईरानी युवती के इर्द-गिर्द घूमती है। उसके पिता बीमार हैं और चाहते हैं कि उनकी बेटी हीरोइन बने, इसलिए वह भारत आई है। लेकिन यहाँ आकर यास्मिन अभिनय के बजाय वेश्यावृत्ति की राह पर चल पड़ती है।
ईरानी चाय की रहस्यमय कहानी पर दर्शकों की प्रतिक्रियाएं
मनोज श्रीवास्तव के निर्देशन में बनी इस फिल्म पर जब जागरण फिल्म फेस्टिवल में स्क्रीनिंग हुई, तो ऑडियंस ने अपनी राय व्यक्त की। दर्शकों ने बताया कि उन्हें फिल्म पसंद आई या नहीं।
एक फैन ने कहा, “फिल्म का निर्देशन बेहतरीन था। इस बात की झलक हमें फिल्म में देखने को मिली। सभी अभिनेताओं ने अपने-अपने किरदार को शानदार तरीके से निभाया। फिल्म की कहानी काफी रोचक थी, और जागरण फिल्म फेस्टिवल में इसे देखने का अवसर बहुत अच्छा था।”
Photo Credit- Imdb
फिल्म को लेकर दर्शकों में उत्सुकता थी। जागरण फिल्म फेस्टिवल में इसकी स्क्रीनिंग के बारे में ऑनलाइन चर्चा थी। सभी कलाकारों ने अपने किरदार को बखूबी निभाया। दो देशों की कहानी होने के बाद भी इसे दर्शकों ने आसानी से समझा।
रहस्यमय दुनिया की ओर ले जाने वाली फिल्म ‘जगरनॉट’
ईरानी चाय के अलावा, इस फेस्टिवल में डैनियल और इमानुएल रिक्की द्वारा निर्देशित एक आकर्षक लघु फिल्म ‘जगरनॉट’ भी दिखाई गई, जो एक रहस्यमय दुनिया में ले जाती है। इस फिल्म की सिनेमैटोग्राफी शानदार है, जिसमें हर एक फ्रेम को विशेष भावनाओं के साथ तैयार किया गया है। यूजेनियो क्रिलोव द्वारा निभाए गए मुख्य किरदार ने एक निर्भीक योद्धा का रोल निभाया है। जगरनॉट का संगीत भी बहुत सराहनीय है, क्योंकि यह कहानी के साथ पूरी तरह मेल खाता है।
Photo Credit- Imdb
फिल्म की कहानी साधारण जरूर है, जिसे दर्शकों ने पहले भी कई बार देखा है, लेकिन अभिनय, दृश्य और फोटोग्राफी ने इसे एक असामान्य और भयावह स्वरूप दिया है, जो दिलचस्प है। ‘जगरनॉट’ को लेकर मुझे लगता है कि कई दर्शकों को यह फिल्म लंबी और उबाऊ लग सकती है, इसलिए ऐसी फिल्मों से बचना चाहिए।
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