JFF 2024: फिल्मी सितारे सिनेमा प्रेमियों का उत्साह बढ़ा रहे, देश-विदेश की फिल्मों का हो रहा प्रीमियर

जागरण फिल्म फेस्टिवल (Jagran Film Festival 2024) में सितारों की भागीदारी ने सिनेमा प्रेमियों की उत्सुकता को और बढ़ा दिया है। इस उत्सव में शनिवार और रविवार को तापसी पन्नू (Taapsee Pannu) और अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) जैसे मशहूर कलाकारों की उपस्थिती रहेगी। आइए जानते हैं कि इस फिल्म फेस्टिवल में युवा दर्शकों को फिल्मी…

जागरण फिल्म फेस्टिवल (Jagran Film Festival 2024) में सितारों की भागीदारी ने सिनेमा प्रेमियों की उत्सुकता को और बढ़ा दिया है। इस उत्सव में शनिवार और रविवार को तापसी पन्नू (Taapsee Pannu) और अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) जैसे मशहूर कलाकारों की उपस्थिती रहेगी। आइए जानते हैं कि इस फिल्म फेस्टिवल में युवा दर्शकों को फिल्मी जगत के सितारों से किन-किन महत्वपूर्ण पाठों को सीखने का अवसर मिल रहा है।

स्मिता श्रीवास्तव, नई दिल्ली। इस रुझान के साथ, देश-विदेश की कई फिल्मों, शॉर्ट फिल्मों और डॉक्यूमेंट्रीज को देखने का एक अनूठा अनुभव सिनेमा प्रेमियों को मिल रहा है। प्रशिद्ध फिल्मी हस्तियों और निर्माता-निर्देशकों से सीधे संवाद का अवसर भी यहाँ मौजूद है… सभी कुछ सिरीफोर्ट ऑडिटोरियम में हो रहा है, जहां दिल्ली के युवा दो दिनों से इसका भरपूर लाभ उठा रहे हैं। सिरीफोर्ट परिसर में, ऑडिटोरियम के अंदर और बाहर, यहां तक कि चाय की दुकान पर भी सिनेमा प्रेमियों का उत्साह स्पष्ट दिखाई दे रहा है।

जागरण फिल्म फेस्टिवल (जेएफएफ) में आए अभिनेता और फिल्मकार न सिर्फ युवा सिनेमा प्रेमियों की जिज्ञासाओं का समाधान कर रहे हैं, बल्कि उन्हें करियर के लिए नए रास्ते भी दिखा रहे हैं। यही कारण है कि जेएफएफ सिनेमा प्रेमियों के लिए एक वार्षिक आयोजन बन गया है। दिल्ली में, पंकज कपूर, मनोज बाजपेयी, सुधीर मिश्रा, भूमि पेडणेकर, रिद्धि डोगरा और भुवन बाम जैसी नामी हस्तियों के साथ संवाद करते हुए युवाओं ने कई सवालों के जवाब पाए।

दिग्गज सितारे होंगे शामिल

शनिवार और रविवार को, जेएफएफ तापसी पन्नू, मुकेश छाबड़ा, राजपाल यादव, राहुल रवैल, और अर्जुन कपूर जैसी प्रतिष्ठित फिल्म हस्तियों से मिलने का अद्भुत अवसर प्रदान करेगा।

सिरीफोर्ट ऑडिटोरियम के एंट्री गेट पर ही इस महोत्सव के प्रति उत्साह को महसूस किया जा सकता है। अंदर प्रवेश करने वाले सिनेमा प्रेमी अपनी पसंदीदा फिल्मों को लेकर चर्चा करते हुए नजर आते हैं, और विभिन्न सत्रों में भाग लेने की योजना बनाते हैं। ऑडिटोरियम में प्रवेश करते ही सिनेमा के पोस्टरों से सजा एक सुंदर गलियारा फिल्मी दुनिया का अहसास कराता है। यहाँ पंकज कपूर की फिल्मों से लेकर देसी-विदेशी फिल्मों के पोस्टर शामिल हैं, जो इस फिल्म फेस्टिवल की झलक पेश करते हैं। युवा दर्शकों के बीच इस अनुभव को संजोने का भी उत्साह देखा जा रहा है यदि कोई सोशल मीडिया पर रील बना रहा है, तो कोई दोस्ती की यादों के साथ सेल्फी ले रहा है। कुछ दर्शक अपने फोटो में पोस्टर सही से न आने पर फिर से फोटो लेते हुए भी नजर आते हैं। आगे बढ़ते हुए, वे संस्कृति की लुप्त होती कठपुतली कला का अवलोकन भी कर सकते हैं, जो कभी फिल्मों में प्रचलित थी।

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सिनेमा प्रेमियों का उत्साह

यह आकर्षण अब भी मद्धम नहीं होता, और वे तुरंत सिनेमा की उस दुनिया में पहुँच जाते हैं जहाँ विभिन्न भाषाओं की देसी-विदेशी फिल्मों का आनंद लेते हैं। कभी सभी एक साथ हंसते हैं, तो कभी आंखों की कोरों से आँसू दबाकर रह जाते हैं। यह सिनेमा की असली ताकत है, जो अपनी कहानी के माध्यम से मनोरंजन, संवेदनशीलता और संदेश का संचार करती है। यह देश की सकारात्मक छवि को प्रस्तुत करने और विदेशों में हमारी संस्कृति का प्रचार करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। फिल्में विभिन्न संस्कृतियों में मतभेदों का हल निकालने के लिए सहिष्णु वातावरण बनाने में सक्षम होती हैं।

फिल्म फेस्टिवल का एक महत्वपूर्ण पहलू यह है कि यह विभिन्न देशों के फिल्म निर्माताओं को एकत्र करता है और क्रॉस-कल्चरल समझ को बढ़ावा देता है। सिनेमा की वास्तविक ताकत का उपयोग वास्‍तव में हॉलिवुड ने किया है, जिसने अमेरिकी लोकप्रिय संस्कृति को आकार देने और देश के मूल्यों एवं विश्वासों को विश्व स्तर पर फैलाने में अहम भूमिका निभाई है। जागरण फेस्टिवल भी सिनेमा की इस शक्ति से भलीभांति परिचित है। इसी वजह से ‘गुड सिनेमा फॉर एवरीवन’ की टैगलाइन के साथ यह निरंतर बढ़ रहा है। फिल्म प्रेमी जानते हैं कि फिल्म फेस्टिवल उन तक चुनी हुई फिल्मों का गुलदस्ता लाता है, जो न केवल उनका मनोरंजन करती हैं बल्कि उन्हें अप्रत्‍यक्ष रूप से शिक्षित भी करती हैं।

इस संस्करण में भारतीय और अंतरराष्‍ट्रीय मूल की 102 फिल्मों की एक उल्लेखनीय सूची शामिल है, जिसमें 34 भाषाओं में 29 देशों की लघु फिल्में, डॉक्यूमेंट्री और ओटीटी सामग्री है। इनमें कई ऐसी फिल्में भी हैं, जो अभी तक किसी प्लेटफॉर्म पर रिलीज नहीं हुई हैं। फिल्मों को देखने के लिए भारी भीड़ जुट रही है और कलाकारों-फिल्मकारों के चर्चित सत्रों में हॉल भी खचाखच भरे हुए हैं, जो दिल्लीवालों की सिनेमा के प्रति दीवानगी को दर्शाता है।

मुंबई में होगा फिल्म फेस्टिवल का समापन

दिल्ली में आरंभ होने के बाद, यह फिल्म फेस्टिवल प्रयागराज, वाराणसी, रायपुर, रांची, इंदौर, सिलीगुड़ी, कानपुर, लखनऊ, आगरा, मेरठ, गोरखपुर, पटना, लुधियाना, देहरादून, हिसार और दरभंगा जैसे प्रमुख शहरों से होते हुए मुंबई में भव्य समापन करेगा।

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