श्रीनगर, 20 सितंबर: केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) ने जम्मू-कश्मीर को हाइड्रो पावर क्षमता और समग्र नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता में सर्वोच्च उपलब्धि पुरस्कार के साथ-साथ केंद्रशासित प्रदेशों के बीच सौर ऊर्जा क्षमता में तीसरा सबसे बड़ा उपलब्धि प्रमाणपत्र के साथ मान्यता दी है। भारत को 200 गीगावॉट गैर-जीवाश्म ऊर्जा क्षमता की उपलब्धि हासिल करने में योगदान।
यह पुरस्कार एमएनआरई द्वारा महात्मा मंदिर, गांधीनगर, गुजरात में आयोजित तीन दिवसीय चौथी वैश्विक नवीकरणीय ऊर्जा निवेश बैठक और एक्सपो (री-इन्वेस्ट) के दौरान प्रदान किया गया।
आयुक्त सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग जम्मू-कश्मीर, सौरभ भगत, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जम्मू-कश्मीर ऊर्जा विकास एजेंसी (जेएकेईडीए), डॉ. पी. आर. धर, जेएकेईडीए के अन्य अधिकारियों के साथ जम्मू-कश्मीर की ओर से एक्सपो में शामिल हुए, जिसे एक के रूप में चुना गया था। पुनर्निवेश के दौरान हितधारकों की पहचान की जाएगी।