जिला राजौरी की तहसील थन्नामंडी के डी.के.जी क्षेत्र में गुरुवार देर रात एक वाहन हादसे का शिकार हो गया। इसमें 3 लोग घायल हो गए, जिन्हें सेना के गश्ती दल द्वारा बचाव क्रय कर घटना स्थाल से सफलतापूर्वक बचा लिया गया।
मिली जानकारी के अनुसार सेना के गश्ती दल ने सतर्कता और त्वरित कार्रवाई के एक उल्लेखनीय कार्य में श्रीनगर से राजौरी जाते समय दुर्घटनाग्रस्त हुए तीन नागरिकों को सफलतापूर्वक बचाया। यह घटना गुरुवार को देर रात लगभग 11 बजे डी.के.जी क्षेत्र के पास हुई, जिसने क्षेत्र में सैन्य उपस्थिति की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर किया।
जानकारी के अनुसार सेना का गश्ती दल नियमित निगरानी कर रहा था, तभी उन्होंने एक वाहन को सड़क से पलटते हुए देखा। गंभीर चोट की संभावना को पहचानते हुए भारतीय सेना के मेजर और उनकी टीम तुरंत स्थिति का आकलन करने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे। पहुंचने पर उन्होंने पाया कि 3 नागरिक स्पष्ट रूप से सदमे में थे, लेकिन उन्हें केवल मामूली चोटें आईं।
यह सुनिश्चित करते हुए कि पीड़ित स्थिर हैं सेना के कर्मियों ने तुरंत तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान की। उन्होंने किसी भी अतिरिक्त खतरे के लिए घटनास्थल का आकलन किया और आगे की चिकित्सा देखभाल की व्यवस्था करने के लिए स्थानीय अधिकारियों से संपर्क किया। गश्ती दल की त्वरित सोच और निर्णायक कार्रवाई आगे की जटिलताओं को रोकने में महत्वपूर्ण थी।
स्थानीय निवासियों ने सेना की त्वरित प्रतिक्रिया के लिए आभार व्यक्त किया, सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने में उनकी उपस्थिति के महत्व पर जोर दिया। यह घटना नागरिकों की सहायता और सुरक्षा के लिए भारतीय सेना की निरंतर प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
वहीं भारतीय सेना के मेजर ने कहा कि सेना सतर्क रहती है और किसी भी आपात स्थिति का जवाब देने के लिए तैयार रहती है। इससे समुदाय के संरक्षक के रूप में उनकी भूमिका मजबूत होती है। बचाव अभियान ने न केवल शामिल नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की, बल्कि जम्मू और कश्मीर में सशस्त्र बलों के समर्पण और तत्परता का भी प्रमाण दिया।